मध्यप्रदेश के प्रमुख जनजातीय व्यक्तित्व


मध्यप्रदेश के प्रमुख जनजातीय व्यक्तित्व

मध्यप्रदेश के प्रमुख जनजातीय व्यक्तित्व में टंट्या भील, कांतिलाल भूरिया, शंकर शाह, जनगढ़ सिंह श्याम, संग्राम शाह, रानी अवंतीबाई आदि का नाम प्रसिद्ध है।

  •  टंट्या भील –  इन्हें टंट्या मामा के नाम से भी जाना जाता है। इनका जन्म 1842 में निमाड़ के  ( बड़दा गांव) मैं हुआ, 1857 की क्रांति का आदिवासी जननायक कहा जाता है। 1889  के न्यूयॉर्क टाइम्स  के संस्करण  में  इनकी गिरफ्तारी  के खबर  छपी थी , इन्हें भारत का रॉबिनहुड  कहा  जाता  है ।
  • कांतिलाल भूरिया – ये  झाबुआ से कांग्रेस सांसद तथा पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रहे हैं।
  • शंकर शाह गोंडवाना के राजा थे ,उनके पुत्र का नाम रघुनाथ शाह था।   इन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ 1857 के विद्रोह में आवाज उठाए।                                                  
  • जनगढ़ सिंह श्याम – इनका जन्म ग्राम पतंगगढ़ डिंडोरी में हुआ। गोंड जनजाति की उपजाति (परधान) से थे । यह एक गोंड चित्रकार थे। इनकी कृतियां – जनगढ़ कलम , उल्लू प्रमुख थी और 1986 में इन्हें शिखर सम्मान से नवाजा गया।
  •  संग्राम शाह – इनका मूल नाम  अमन दास  था । इनका जन्म गढ़ मंडला में हुआ। यह गोंड वंश के 48 वे शासक थे। इन्होंने 52 किलों को जीता था
  • चौरागढ़ किले को इनके 52 किलों को जीतने के सम्मान में बनाया गया। इन्होने’ रासरतनमला ‘संस्कृत में लिखी है
  •  दलपत शाह – इनका जन्म गढ़ मंडला में हुआ था ।यह गोंड वंश के शासक थे तथा यह संग्राम शाह के पुत्र थे। दलपत शाह का विवाह चंदेल वंश की राजकुमारी दुर्गावती से हुआ। जो एक वीरांगना थी।
  • रानी अवंतीबाई – इनका जन्म लोदी वंश में सन् 1831 में सिवनी (मनकेड़ी गांव ) में हुआ था। इनका विवाह रामगढ़ रियासत मंडला के  राजा विक्रमादित्य के साथ हुआ।
  • 1857 के विद्रोह के युद्ध में अंग्रेजों द्वारा घिरे जाने पर अपने आप को कटार मार लिया और शहीद हो गई ।
  •  गंजन सिंह कोरकू – जो बैतूल से थे । इन्होंने जंगल सत्याग्रह 1930 मे आदिवासियों का नेतृत्व किया। इस सत्याग्रह आंदोलन में कौवां,रामू, मकरू, बुंचा कोरकू शहीद हुए।
  •  भीमा नायक का जन्म बड़वानी में हुआ था । 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के विरूद्ध संघर्ष किया , उन्होंने तात्या टोपे को नर्मदा नदी पार करने में मदद की। उनकी मृत्यु 1876 में पोर्ट ब्लेयर में हुई।
  •  जमुना देवी – इन्हें बुआ के नाम से भी जाना जाता है। यह धार से है । तथा यह मध्य प्रदेश की प्रथम महिला उप मुख्यमंत्री काँग्रेसी थी तथा मध्य प्रदेश की प्रथम महिला विपक्ष नेता भी रही ।

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One thought on “मध्यप्रदेश के प्रमुख जनजातीय व्यक्तित्व”

  1. Shanu says:

    Mppsc

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